अछूत कौन है । Gautama Buddha के शब्द
जब कोई व्यक्ति किसी का गुस्सा किसी और पर उतारे उसे अछूत कहते है । यदि व्यक्ति किसी को बिना किसी कारण के ही उस से झगड़ा करे या समाज मे हिंसा फैलाए उसे अछूत कहते है ।
कहानी
एक बार गौतम बुद्ध अपने शिष्यों के साथ सभा मे बैठे रहे उसी वक्त एक व्यक्ति आता है जो पूछता है की क्या मैं इस सभा मे शामिल हो सकता हूँ तब बुद्ध ने कोई जवाब नहीं दिया । तब फिर से वो व्यक्ति कहता है क्या मैं सभा मे शामिल हो सकता हूँ । तब बुद्ध ने कहा की तुम अछूत हो । यह सुन कर एक शिष्य ने कहा की गुरुदेव आप तो छुआछूत नहीं मानते तो आज कैसे ? फिर बुद्ध ने उत्तर दिया की यह व्यक्ति अपनी पत्नी से लड़ कर आया है । अब यह यहा हिसा फैलाएगा , जो क्रोध करते है वो व्यक्ति दूसरों का जीवन खराब करते है । यह सुनकर वह व्यक्ति शर्मिंदा हो गया । और शिष्य भी समझ गए ।