भारत का राष्ट्रगान जन गण मन से जुड़ी जानकारी ।

राष्ट्रगान 

हर देश का अपना अपना कोई राष्ट्रगान होता है , और हर राष्ट्रगान की एक अलग जगह होती है जो देश के इतिहास या परंपरा को दर्शाता है ।  हमारे भारत का राष्ट्रगान जन गण मन .. जिसे रविन्द्रनाथ टैगोर ने बंगाली भाषा में लिखा था । इस गाने को 52 सेकंड तक समाप्त करना होता है या यूं कहें की इस गाने की समय सीमा सिर्फ 52 सेकंड है ।

भारत का राष्ट्रगान 

जन गण मन अधिनायक जय हे
भारत भाग्य विधाता।

पंजाब सिन्ध गुजरात मराठा
द्रविड़ उत्कल बंग।
विंध्य हिमाचल यमुना गंगा
उच्छल जलधि तरंग।

तव शुभ नामे जागे
तव शुभ आशीष मागे।
गाहे तव जयगाथा।

जन गण मंगलदायक जय हे
भारत भाग्य विधाता।
जय हे, जय हे, जय हे
जय जय जय जय हे॥

राष्ट्रगान से जुड़े कुछ प्रश्न और उत्तर –

भारत का राष्ट्रगान “जन गण मन” को किसने लिखा ?
भारत का राष्ट्रगान “जन गण मन” को 27 दिसंबर सन्न 1911 रविन्द्रनाथ टैगोर ने बंगाली भाषा में लिखा ।

भारत का राष्ट्रगान “जन गण मन” को हिन्दी भाषा मे कब बदल दिया गया ?
24 जनवरी, 1950 को संविधान सभा द्वारा “जन गण मन” के हिन्दी संस्करण को राष्ट्रगान के रूप में अपनाया गया ।

“जन गण मन” राष्ट्रगान को 52 सेकंड ही क्यूँ गाना पड़ता है ?
भारत के राष्ट्रगान “जन गण मन” की अवधि 52 सेकंड दी गई है इसलिए इसे 52 सेकंड तक समाप्त करना होता है ।